मुंबई में जल्द ही हॉकर्स पॉलिसी लागू होने की भाजपा मुंबई अध्यक्ष ने दी जानकारी
मुंबई में जल्द ही हॉकर्स पॉलिसी लागू होने की भाजपा मुंबई अध्यक्ष ने दी जानकारी
* संवाददाता
मुंबई : मुंबई बीजेपी अध्यक्ष एड. आशीष शेलार ने फेरीवालों को आश्वासन दिया है कि मुंबई में जल्द ही हॉकर्स पॉलिसी लागू की जाएगी। इस संबंध में उन्होंने बीएमसी कमिश्नर आई.एस. चहल से बात की है।
श्री शेलार ने कहा कि " मुंबई के फेरीवालों को उनकी आजीविका से वंचित करने का प्रयास किया जाता है, तो बीजेपी उनके साथ खड़ी है। हम उनके पक्ष में लड़ेंगे, हम अधिकृत फेरीवालों को समस्याओं का हमेशा के लिए समाधान करेंगे" एड.आशीष शेलार ने मुंबई भाजपा हाॅकर्स यूनिट की ओर से दादर स्थित बीजेपी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में यह कजा। इस कार्यक्रम में हजारों फेरीवाले शामिल हुए थे।
एड. शेलार ने हाॅकर्स यूनिट के मुंबई अध्यक्ष बाबूभाई भवानजी से कहा कि वे वार्ड कमेटी गठित करने की प्रक्रिया शीघ्र पूरी करें। भाजपा फेरीवालों की समस्याओं को स्थायी रूप से दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है।
भाजपा हाॅकर्स यूनिट के मुंबई अध्यक्ष बाबूभाई भवानजी ने हजारों की तादाद में उपस्थित फेरीवालों को संबोधित करते हुए कहा कि फेरीवाले मुंबई की जरूरत हैं और वे उनकी समस्याओं से अवगत हैं।फेरीवाले धूप, बारिश की परवाह किए बगैर ईमानदारी से अपना काम करते हैं। हॉकर्स सच्चे मुंबईकर हैं। हम कभी भी अनधिकृत फेरीवालों का पक्ष नहीं लेते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय की गई नीति के अनुसार फेरीवालों को उनका संवैधानिक अधिकार मिलना चाहिए। हॉकर्स नीति बहुत पहले ही लागू होने की उम्मीद थी। खैर इस बाबत हमारे मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार ने बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल से चर्चा की है, उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस पर तेजी से काम किया जा रहा है।
भवानजी ने आरोप लगाया कि महा विकास आघाडी सरकार के दौरान फेरीवाला नीति लागू करने पर कोई काम नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि मुंबई जैसे शहर में सबसे मुश्किल है फेरीवाले का काम, क्योंकि ये सभी को नजर आते हैं। बीएमसी हो या पुलिस विभाग, सभी लोगों को पता है कि ज्यादातर फेरीवालों के पास लाइसेंस नहीं है, इसलिए वह कभी भी आ धमकते हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता बाबूभाई भवानजी ने कहा कि मुंबई में करीब पांच लाख लोग फेरीवाला व्यवसाय करते हैं। उनके सहायक और सप्लायरों को मिला देने पर यह संख्या दस लाख हो जाती है। इस प्रकार यहां दस लाख परिवार फेरीवाला व्यवसाय पर निर्भर हैं। इसके साथ साथ बड़ी संख्या में किसान, मजदूर, हमाल और ट्रांसपोर्टर भी फेरीवाला व्यवसाय से लाभान्वित होते हैं। फेरीवाले गर्मी, सर्दी और बरसात में खुले आसमान के नीचे काम करते हैं और कठोर परिश्रम करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। ये महंगाई से राहत पहुंचाते हैं, और कारीगर को रोजगार उपलब्ध कराने में सहायक होते हैं। उन्होंने नाराजगी जताई कि बीएमसी और पुलिस प्रशासन को सबसे कमजोर फेरीवाले ही दिखते हैं। कोई न कोई नियम फेरीवालों को हटाने के लिए ही बनते हैं। कभी ट्रैफिक के नाम पर, तो कभी अनधिकृत दुकान को लेकर इन्हें तंग किया जाता है। जबकि, यह लोगों को बेहद रियायती दर पर उचित सामग्री मुहैया कराते हैं। बैठक में मौजूद आजाद हाॅकर्स यूनियन के अध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने कहा कि मुंबई में लाखों फेरीवाले हैं, उनमें अधिकृत और अनधिकृत कौन तय करेगा? उनके अनुसार मई, 2014 तक के सभी फेरीवाले अधिकृत है। बीएमसी फेरीवालों को पीएम स्वनिधि योजना के तहत 10-10 हजार रुपये का लोन मुहैया करा रही है। उन्होंने मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार तथा हाॅकर्स यूनिट के मुंबई अध्यक्ष बाबूभाई भवानजी से फेरीवालों की समस्याओं के समाधान और पुनर्वास के लिए गंभीरता से प्रयास करने का अनुरोध किया।
बैठक को सलमा शेख, रजनी साहू, सुरेश दुबे, संजय देस्तने, संतोष पायगुडे, जितेंद्र कांबले ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर भाजपा मुंबई उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र, संतोष पांडेय तथा संतोष गुप्ता समेत बड़ी संख्या में फेरीवाले उपस्थित थे।