महाराष्ट्र आयुर्वेद महासम्मेलन के सचिव पद पर डॉ. ऋजुता ओमप्रकाश दुबे का हुआ चयन
महाराष्ट्र आयुर्वेद महासम्मेलन के सचिव पद पर डॉ. ऋजुता ओमप्रकाश दुबे का हुआ चयन
* संवाददाता
नालासोपारा : नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की सुप्रसिद्ध स्त्री रोग प्रसूति तंत्र विशेषज्ञ और ट्रस्टी प्रोफेसर डॉ. ऋजुता ओमप्रकाश दुबे को महाराष्ट्र आयुर्वेद महा सम्मेलन के जनरल सेक्रेटरी (सचिव ) के पद पर निर्विरोध चुना गया l प्रोफेसर डॉक्टर श्रीमती ऋजुता ओमप्रकाश दुबे को चिकित्सकीय पेशे में 33 से अधिक वर्षों का अनुभव है और वे तीस वर्षों से अधिक समय से वैद्यकीय शिक्षा प्रदान कर रही हैं।
115 वर्ष पूर्व , वर्ष 1907 में महाराष्ट्र के महान चिकित्सक डॉ. श्री शंकर दाजी शास्त्री पदे ने अपने स्वदेशी विज्ञान को बढ़ावा देने एवं अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के उद्देश्य से "अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन" की स्थापना की थी। इस संगठन की सबसे महत्वपूर्ण राज्य शाखाओं में से एक 'महाराष्ट्र आयुर्वेद महासम्मेलन' है, जिसमें प्रोफेसर डॉ. ऋजुता ओमप्रकाश दुबे को सचिव पद के लिये निर्विरोध चुना गया।
श्रीमती दुबे के चुनाव से आयुर्वेद को और बढ़ावा मिलेगा, नए चिकित्सकों को मार्गदर्शन प्रदान प्राप्त होगा तथा आम जनता के लिये भी विभिन्न गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
उक्त चयन के उपरान्त सप्तशृंगी आयुर्वेद महाविद्यालय नाशिक में असोसिएशन ऑफ मॅनेजमेंट ऑफ आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजेस ऑफ महाराष्ट्र द्वारा आयोजित आम सभा में प्रोफेसर डॉ. ऋजुता ओमप्रकाश दुबे की सचिव के रूप में नियुक्ती होने पर अभिनंदन प्रस्ताव पारित किया गया। इसके अलावा कई प्रतिष्ठित संगठन जैसे "श्रीमती कमलादेवी गौरीदत्त मित्तल आयुर्वेद कॉलेज ग्रेजुएट एसोसिएशन", "नालासोपारा मेडिकल एसोसिएशन", "नालासोपारा डॉक्टर्स फोरम" आदि द्वारा भी उनका अभिनंदन किया गया।
यह चयन नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कार्यरत सभी वैद्य, डॉक्टरों, शिक्षकों, गैर-शिक्षण कर्मचारियों, अस्पताल के कर्मचारियों, छात्रों के साथ-साथ पालघर जिले और वसई तालुका में कार्यरत सभी वैद्य और डॉक्टरों के लिए खुशी और गर्व का विषय है।