संकल्प साहित्य-कला मंच, माध्यम फाउंडेशन एवं शब्द फाउंडेशन ने आयोजित किया डॉ. अलका पोतदार का सम्मान समारोह 

संकल्प साहित्य-कला मंच, माध्यम फाउंडेशन एवं शब्द फाउंडेशन ने आयोजित किया डॉ. अलका पोतदार का सम्मान समारोह 

संकल्प साहित्य-कला मंच, माध्यम फाउंडेशन एवं शब्द फाउंडेशन ने आयोजित किया डॉ. अलका पोतदार का सम्मान समारोह 

* संवाददाता

       मुंबई : संकल्प साहित्य-कला मंच, माध्यम फाउंडेशन एवं शब्द फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में डॉ. अलका पोतदार का सम्मान समारोह नेजमा हेपतुल्ला हॉल, सांताक्रुज,पूर्व में आयोजित किया गया।

   मंजू सिंह ने सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत अपने मधुर स्वर में प्रस्तुत  कर कार्यक्रम का आगाज़ किया | कार्यक्रम में सम्मान मूर्ति व मुख्य अतिथि डा.अलका सुरेन्द्र पोतदार (सचिव हिंदी भाषा समिति, विशेषाधिकारी हिंदी भाषा,समन्वयक विद्या विभाग बाल भारती पाठ्य पुस्तक मंडल पुणे) , विशिष्ठ अतिथि डॉ.मंजुला देसाई , डॉ. शीतला प्रसाद दुबे , संजीव निगम, डॉ.दयानन्द तिवारी,  शशि निघोजकर बाल भारती पुणे, आनन्द सिंह,  मुजीब खान तथा मुंबई, मुंबई उप नगर, ठाणे व नवी मुम्बई के प्रतिष्ठित महाविद्यालयों के लगभग 85 से भी अधिक शिक्षकों एवं प्रवक्ताओं की गौरवमयी उपस्थिति उल्लेखनीय है।

    कार्यक्रम में राम धीरज शर्मा द्वारा लिखित खंडकाव्य "आक्रांत भारत" का विमोचन सम्मानित अतिथियों  द्वारा किया गया।

   इस अवसर पर मुंबई की बहुचर्चित 17 वर्षीय युवा लेखिका सुश्री तान्या सिंह को शब्द-सारथी अलंकरण से अलंकृत किया गया।

  डॉ. अलका पोतदार के सम्मान के अवसर पर बोलते हुए सुप्रसिद्ध साहित्यकार प्रो. दयानंद तिवारी ने कहा कि अलका पोतदार महाराष्ट्र राज्य में हिंदी भाषा और साहित्य के विकास हेतु समर्पित रहीं हैं। उनके समय में हिंदी की सभी कक्षाओं की पुस्तकें बहुत स्तरीय ढंग से बनाई गईं। उन्होंने पुस्तकों के निर्माण में नीर क्षीर विवेक का परिचय दिया है। महाराष्ट्र राज्य की हिंदी की पुस्तकें अन्य बोर्डों की पुस्तकों से स्तरीय हैं।
     कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में आयोजित काव्य संगोष्ठी में आमंत्रित गीतकार व संगीतकार विनोद दुबे, एडवोकेट राजीव मिश्रा, संतोष सिंह, डॉक्टर वर्षा महेश ने अपनी रचनाओं पर खूब तालियाँ बटोरीं।

   कार्यक्रम की संकल्पना , संकल्प साहित्य कला मंच की संयोजिकाओं में से स्वागत श्रीमती सुनीता चौहान (विल्सन कॉलेज), मंच संचालन श्रीमती मनीषा सिंह (के.जी. मित्तल कॉलेज) एवं श्रीमती विनीता राजापूरकर (सराफ कॉलेज) तथा आयोजन के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ममता झा ने किया।