उत्तर भारतीय महासंघ के अध्यक्ष डॉ. योगेश दूबे द्वारा विभिन मांगों के साथ रेलवे महाप्रबंधक को सौंपा गया ज्ञापन
उत्तर भारतीय महासंघ के अध्यक्ष डॉ. योगेश दूबे द्वारा विभिन मांगों के साथ रेलवे महाप्रबंधक को सौंपा गया ज्ञापन
* संवाददाता
मुम्बई : उत्तर भारतीयों की रेलवे से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के हल तथा कुछ आवश्यक मांगों को लेकर उत्तर भारतीय महासंघ के अध्यक्ष वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. योगेश दुबे ने मध्य रेलवे के नव-नियुक्त महाप्रबंधक रामकरण यादव को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में डॉ. योगेश दूबे ने स्पष्ट किया है कि मुंबई से उत्तर प्रदेश तथा बिहार जाने वाली बहुत सारी ट्रेनों में पेंट्री कार की सुविधा ही नहीं है। लंबी दूरी की ऐसी सभी ट्रेनों में पेंट्री कार की सुविद्या जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाए।
ज्ञापन में आगे डॉ. दूबे ने मांग की है कि एल.टी.टी. ( लोकमान्य तिलक टर्मिनस ) से वाराणसी के लिए एक भी दुरंतो ट्रेन या वंदे भारत ट्रेन नहीं है । इसे शुरू कराने के साथ-साथ, एक और ट्रेन एल.टी टी. से भदोही के रास्ते वाराणसी के लिए प्रारंभ की जाए।
ज्ञापन में आगे उल्लेख किया गया है कि लोकमान्य तिलक टर्मिनस से वाराणसी जानेवाली 11071 कामायनी एक्सप्रेस का ठहराव उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के सुरियावां (SAW) स्टेशन पर लॉक डाउन से बंद कर दिया गया था, स्थानीय यात्रियों की इस सन्दर्भ में मांग को देखते हुए इसका ठहराव फिर से सुरियावां स्टेशन पर प्रारंभ किया जाना चाहिए।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के सुरियावां स्टेशन पर कोच इंडिकेटर लगाया जाए साथ ही इस स्टेशन का सम्पूर्ण रूप से नवीनीकरण किया जाए।
डॉ. दूबे द्वारा दिये गए ज्ञापन के अनुसार उत्तर प्रदेश के भदोही जिले का सुरियावां स्टेशन काफी भीड़ भाड़ वाला स्टेशन है यहाँ एक आरक्षण केंद्र शुरू कराने की मांग वर्षो से की जा रही है। लेकिन अभी तक इस सन्दर्भ में रेलवे प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल नहीं हुई है । अब यहां आरक्षण केंद्र प्रारंभ कराने की प्रक्रिया को अतिशीघ्रता से पूरी की जाए।
लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर अक्सर ट्रेनों के प्लेटफार्म को ट्रेन आने के कुछ देर पहले यकायक चेंज कर दिया जाता है जिससे एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए भगदड़ मच जाती है। ऐसा ही छठ पूजा के दौरान हुआ जिसमें काफी लोग जख्मी हुए थे। यह एक गंभीर विषय है इसका निराकरण किया जाए।
इसके अलावा ज्ञापन में की गई मांगें इसप्रकार से हैं...
- लोकल ट्रेन , मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में चोरी की घटनाओं की एफआईआर प्रत्येक स्टेशन पर लिया जाना चाहिए।
-रेलवे के ट्रैक मैन प्रतिदिन कहीं न कहीं रन ओवर हो रहे हैं जो काफी दुःखद है। उनकी अकाल मृत्यु हो रही है। इन सभी लोगों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करा दिया जाना चाहिए ,जिससे इस प्रकार की घटनाएं न हो पाएं।
- AC कोच में वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को प्रवेश से रोके जाने का कड़ा प्रावधान किया जाना चाहिए ।
-सभी रेलवे स्टेशन को दिव्यांग फ्रेंडली किया जाए
-सभी रेलवे स्टेशनों पर ज्यादा से ज्यादा सरप्राइज विजिट की जाये।
-सभी स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जानी चाहिए ।
-रेलवे अधिकारियों तथा स्वयं सेवी संस्थाओं की समन्यव समिति बनाई जाये।
-महिलाओं और बच्चों के विशेष सहयोग और मार्गदर्शन के लिए सभी स्टेशनों पर सहायता कक्ष बनाये जायें।
-लापता बच्चों के लिए रेलवे द्वारा केन्द्रीयकृत व्यवस्था की जाये।
- हर स्टेशन के प्लेटफार्मो पर स्त्री और पुरुष शौचालय बनाये जायें। -लोकल ट्रेनों के विशेष बोगियों की हमेशा जाँच हो ,इन बोगियों में अन्य यात्री और रेलवे के कर्मचारी सफ़र करते हैं ।
-महिला स्पेशल ट्रेनों में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाई जाये।
-सभी मुख्य स्टेशनों पर रेलवे यात्री सहायता केंद्र खोले जायें |
-प्रत्येक स्टेशन पर एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाये।
ज्ञापन देते समय डॉक्टर योगेश दूबे के साथ उत्तर भारतीय समाज के श्रीकांत पांडे एवं रेलवे समिति के सदस्य मयूर भाई उपस्थित रहे।