मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की ज़िंदगी अब बड़े पर्दे पर

मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की ज़िंदगी अब बड़े पर्दे पर

मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की ज़िंदगी अब बड़े पर्दे पर...

- फिल्म में धनुष निभाएंगे डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का किरदार 

 * बॉलीवुड रिपोर्टर

   भारत के 11वें राष्ट्रपति और देश के सबसे सम्मानित और आइकोनिक फिगर जो मिसाइल मैन के नाम से भी जाने जाते हैं, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर एक ग्रैंड बायोपिक का अनाउंसमेंस हुआ है। इस फिल्म का निर्देशन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक ओम राउत करेंगे, जो तान्हाजी : द अनसंग वॉरियर जैसी ब्लॉकबस्टर बना चुके हैं।

और सबसे बड़ी खबर इस फिल्म में इंटरनेशनल स्टार और नेशनल अवॉर्ड विनिंग एक्टर धनुष हैं, जो मिसाइल मैन ऑफ इंडिया, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का रोल प्ले करते नजर आएंगे।

वहीं इस फिल्म के निर्माता अभिषेक अग्रवाल (जिन्होंने द कश्मीर फाइल्स प्रोड्यूस की थी) और भूषण कुमार (टी-सीरीज़) हैं, और स्क्रीनप्ले साईविन क्वाड्रास ने लिखा हैं, जो नीरजा, परमाणु, और मैदान जैसी प्रशंसित बायोपिक्स के लिए जाने जाते हैं।

डॉ. कलाम का सफर, रामेश्वरम से राष्ट्रपति भवन तक एक ऐसी कहानी है जो हर हिंदुस्तानी के दिल से जुड़ी है। एक सिंपल बैकग्राउंड से उठ कर वो एक एरोस्पेस साइंटिस्ट, दूरदर्शी नेता और फिर जनता के राष्ट्रपति बनें। उनकी लाइफ स्टोरी, विंग्स ऑफ फायर, दुनिया भर के युवाओं को प्रेरित करती है।

इस फिल्म को लेकर ओम राउत और धनुष के बीच जब पहली बार मीटिंग हुई तो दोनों को एक ही बात का एहसास हुआ और वो ये कि ये उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी फिल्म होने वाली है।

बता दें, ये अनाउंसमेंट हाल में कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025 जैसे ग्लोबल स्टेज पर हुई है, क्योंकि ये कहानी सिर्फ इंडिया की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रासंगिक है। ये फिल्म साइंस, सर्विस और स्पिरिचुअलिटी का संगम है - जैसी डॉ. कलाम की सोच थी।

वैसे ये फिल्म सिर्फ एक राजनीतिक या ऐतिहासिक बायोपिक नहीं होगी। ये एक गहरी, इमोशनल और फिलोसोफिकल जर्नी होगी, जहां साइंटिस्ट कलाम, प्रेसिडेंट कलाम और शिक्षक-कवि कलाम सब एक साथ नजर आएंगे। यानी एक ऐसे इंसान की कहानी जिन्होंने दिखाया कि सपने देखना और उनके लिए जीना कैसे देश को बदल सकता है।

इस फिल्म पर ओम राउत ने कहा, "कलाम सर एक ऐसे नेता थे जो राजनीति के परे थे। वह एक ऐसे व्यक्ति थे जो एजुकेशन, एक्सीलेंस और स्वदेशी इनोवेशन की ताकत के लिए जाने जाते थे। उनकी कहानी को स्क्रीन पर लाना एक कलात्मक चुनौती और एक नैतिक और सांस्कृतिक ज़िम्मेदारी है। यह एक ऐसी कहानी है जो ग्लोबल यूथ और ख़ास तौर पर ग्लोबल साउथ के युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। ये मेरी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है।”

निर्माता अभिषेक अग्रवाल कहते हैं, "हम डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के एपिक लाइफ को बड़े पर्दे पर लाने के लिए उत्साहित हैं। यह हमारे लिए एक इमोशनल पल है। मैं भारतीय सिनेमा के दिग्गज टी-सीरीज़ के भूषण जी, ओम राउत जी और धनुष जी के साथ काम करके सम्मानित महसूस कर रहा हूँ। हमें यह कहानी बताने का सौभाग्य मिला है और हम इस प्रोजेक्ट में अपना सब कुछ दे रहे हैं।"

निर्माता भूषण कुमार कहते हैं, "डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साहब का जीवन हर पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। टी-सीरीज़ के लिए ये फिल्म सिर्फ एक प्रोजेक्ट नहीं, एक ट्रिब्यूट है। यह ओम राउत के साथ हमारी तीसरी फिल्म है और धनुष और अभिषेक अग्रवाल के साथ ये सहयोग और भी खास बन गया है। यह सिर्फ़ एक फ़िल्म नहीं है, यह एक ऐसे व्यक्ति को श्रद्धांजलि है जिसने हमें दिखाया कि कैसे सपने, समर्पण और विनम्रता एक राष्ट्र के भविष्य को आकार दे सकते हैं।"

इस फिल्म को लेकर फिलहाल क्रिएटिव टीम की तरह से ज़्यादा जानकारी समाने नही आई है, लेकिन ओम राउत की स्केल-ड्रिवन स्टोरीटेलिंग, अग्रवाल की बोल्ड प्रोडक्शन च्वाइसेस और धनुष का ट्रांसफॉर्मेशन्ल टैलेंट पहले से ही चर्चा में बना हुआ है और फिल्म को लेकर उम्मीदें आसमान छू रही हैं। इसकी एक वजह फिल्म में दो राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं, राउत और धनुष का एक आना है। कह सकते है ये फिल्म भारतीय बायोपिक्स का ग्लोबल बेंचमार्क बनने वाली है।

साफ है विंग्स ऑफ फायर ग्लोबल दर्शकों के लिए भारतीय बायोपिक्स के व्याकरण को फिर से लिखने के लिए तैयार है।

ये फिल्म अभिषेक अग्रवाल और भूषण कुमार के मजबूत समर्थन के साथ आ रही है, और इसे प्रोड्यूस कर रहे हैं अभिषेक अग्रवाल, भूषण कुमार, कृष्ण कुमार और अनिल सुंकारा - जो मिलकर एक ऐसी फिल्म बना रहे हैं जिसे सिर्फ भारत ही नहीं, पूरा विश्व देखेगा।