कजरी : पर्यावरण बचाव अभियान
कजरी : पर्यावरण बचाव अभियान
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चल पर्यावरण के मिल बचाव सखी।
इक पेड़ लगाव सखी ना।।
चल देशवा क साथ अब निभाव सखी।
इक पेड़ लगाव सखी ना।।
धरती होइगै देख बंजर,सावधान कहे अंजर।-2
खंजर अब ना चलाव ई बताव सखी।
इक पेड़ लगाव सखी ना।।
पेड़ काट दिहेन बाप,भुक्तभोगी हम आप।-2
शाप लागल बा चलिके हटाव सखी।
इक पेड़ लगाव सखी ना।।
देश कइले बा पलान,वृक्षारोपण अभियान।-2
ज्ञान लोगन के,चलिके सिखाव सखी।
इक पेड़ लगाव सखी ना।।
पेड़ धरती सोहाई,हवा-पानी शुद्ध आई।-2
जाई दूषित बयार,घर सजाव सखी।
इक पेड़ लगाव सखी ना।।
सगरौं फैली हरियाली,खुश होइहैं वनमाली।-2
लाली उठवा लगाके ललचाव सखी।
इक पेड़ लगाव सखी ना।।
दीप करैं अनुरोध,जनि कर केहू विरोध।-2
शोध कइके लगाव गांव-गांव सखी।
इक पेड़ लगाव सखी ना।।
* कवि : विनय शर्मा दीप
( मुंबई )