भोजपुरी देवी गीत "राधेश्याम सांचा नाम जपे रे"
नवरात्रि पर विशेष भोजपुरी देवी गीत "राधेश्याम सांचा नाम जपे रे"
(जगत जननी जगदंबा मां विंध्यवासिनी के भक्त राधेश्याम दिन रात मां के नाम का जाप किया करते थे।अचानक एक दिन दुर्घटना घटी और अपाहिज बनकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं किन्तु माता जी का स्मरण दिन-रात किया करते हैं।)
जेकरा नांव राधेश्याम राम राम जपे रे।
उहै भगत तहार सांचा नाम जपे रे।।--2
करत विचार राऊर चरण पखरिहैं।
कलश सजाई हांथे चुनरी चढ़इहैं।
धूप दीप लिहे रऊवा धाम जपे रे।।
तहरे चरनिंया क दास बा उदास हे।
मनशा के पूरण कर इहै अरदास हे।
बाटे उपवास आठो याम जपे रे।।
सपना संजोए जप तप पूजा पाठ कै।
बनल अपाहिज माई आश धरे ठाठ कै।
बाट जोहत-जोहत दिल थाम जपे रे।।
काठ क करेजा पिघलाई देतू माई।
सगरो अरजिया पुराई देतू माई।
दीप करें जयकारा तहार नाम जपे रे।।
* कवि : विनय शर्मा दीप
( मुंबई )