कविता :  यूपी की ठंडी-कोहरा से कोहराम

  कविता :  यूपी की ठंडी-कोहरा से कोहराम

कविता :  यूपी की ठंडी-कोहरा से कोहराम .....
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कोहरा से कोहराम है, ठंडी से बेहाल 
कट कट कट करते दशन, मौसम ठोंके ताल ।
मौसम ठोंके ताल,पवन सुरसुरी छुड़ाए
डरकर सूरज खुद बादल पीछे छुप जाए ।
कह सुरेश तनियाएं कंबल और रजाई 
परदेसी की राह जोहती रोज लुगाई ।

* कवि : सुरेश मिश्र ( हास्य-व्यंग्य कवि ) मुम्बई ...