भारत विकास परिषद की 'राष्ट्रीय सामूहिक गान प्रतियोगिता' सम्पन्न

भारत विकास परिषद की 'राष्ट्रीय सामूहिक गान प्रतियोगिता' सम्पन्न

भारत विकास परिषद की
'राष्ट्रीय सामूहिक गान प्रतियोगिता' सम्पन्न ...

- साठे कॉलेज की टीम रही विजयी

- प्रादेशिक स्तर की प्रतियोगिता 20 अक्टूबर को वडोदरा में

- भारत विकास परिषद द्वारा विद्यार्थियों को इस तरह से  देशप्रेम, संस्कृति और सभ्यता के संस्कार दिए जाते हैं

* अमित मिश्रा

   विलेपार्ले : भारत विकास परिषद के तत्वावधान में भाईंदर में प्रांत स्तर की राष्ट्रीय सामूहिक गान प्रतियोगिता सम्पन्न हुई, जिसमें मुंबई प्रांत के अनेक स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस स्पर्धा में  साठे महाविद्यालय- विलेपार्ले (पूर्व) ने संस्कृत और हिंदी दोनों श्रेणियों में प्रथम पुरस्कार जीता और फिर इन्हें प्रादेशिक स्तर की स्पर्धा के लिए चयनित किया गया है।

   अपने रीडर्स को बता दें कि भारत विकास परिषद 60 वर्ष से अधिक पुरानी एक सामाजिक संस्था है। इसकी भारत में 1600 से अधिक शाखाएं हैं, जिनके माध्यम से सेवा, संपर्क, संस्कार, सहयोग और समर्पण के पांच तत्वों पर सामाजिक कार्य किया जाता है। संस्कार तत्व के अंतर्गत विद्यार्थियों हेतु भारतीय संस्कृति और सभ्यता के संस्कार करने के लिए अनेक उपक्रम चलाए जाते हैं, जिनमें से एक "राष्ट्रीय सामूहिक गान स्पर्धा" है। यह स्पर्धा 1967 से हर साल आयोजित की जाती है। इस स्पर्धा में स्पर्धकों को संस्कृत, हिंदी और लोकगीत में देशप्रेम से ओतप्रोत गीत प्रस्तुत करने होते हैं। इन प्रतियोगियों को भारत विकास परिषद द्वारा "चेतना के स्वर" नामक पुस्तिका दी जाती है, जिसके गीत विद्यार्थियों को स्वरबद्ध कर समूह गीत में प्रस्तुत करना होता है। नियमानुसार केवल तीन वादक पारंपरिक वाद्यों के साथ इस स्पर्धा में गायकों के साथ भाग ले सकते हैं।

   इस स्पर्धा में भारत के पचास हजार स्कूल-कॉलेजों के पांच लाख विद्यार्थी भाग लेते हैं। अंतिम चरण में विजेता संघ को राष्ट्रपति के हाथों से पुरस्कार दिया जाता है। यह स्पर्धा पूरे भारत में आयोजित की जाती है। 

     इस वर्ष भारत विकास परिषद -विलेपार्ले शाखा द्वारा आयोजित सामूहिक गीत गायन  स्पर्धा में "साठे महाविद्यालय" विले पार्ले (पूर्व), मुंबई का संघ विजयी रहा। शिक्षिका वृषाली पाटील ने इस प्रतियोगिता में शामिल होनेवाले विद्यार्थियों की कामयाबी के लिए विशेष प्रयास किया था और अपने संघ को मात्र दो महीने में तैयार किया, जिसने कामयाबी हासिल की।

   अब प्रादेशिक स्तर की प्रतियोगिता 20 अक्टूबर 2024 को वडोदरा (गुजरात) में होगी, जिसमें महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात राज्यों के विजयी संघ राष्ट्रीय सामूहिक गान स्पर्धा में भाग लेंगे। इसके बाद विजेता संघ राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में भाग लेंगे।