वडाला में मनपा शिक्षक प्रेमशंकर दुबे का सम्मान समारोह संपन्न....
वडाला में मनपा शिक्षक प्रेमशंकर दुबे का सम्मान समारोह संपन्न....
* संवाददाता
मुंबई : बृहन्मुंबई मनपा शिक्षण एफ-उत्तर विभाग अंतर्गत प्रा वामनराव मनपा हिंदी शाला क्रमांक-1 वडाला मुंबई के वरिष्ठ शिक्षक प्रेम शंकर दुबे तथा उनकी पत्नी श्रीमती इंदु दुबे के सेवा संपूर्ति सम्मान समारोह का आयोजन शाला सभागृह में किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मनपा शिक्षण विभागके लोकप्रिय विभाग निरीक्षक जगदीश गायकवाड ने की । सर्वप्रथम व्यासपीठ के तत्वावधान में दीप प्रज्ज्वलन तथा सरस्वती पूजन किया गया। स्वागत तथा विदाई गीत शाला की स्वर सम्राज्ञी शिक्षिका श्रीमती पद्मजा ने स्वर तथा लय के साथ सुरीले स्वर में प्रस्तुत किया। अतिथि परिचय , स्वागत तथा प्रास्ताविक मनोगत की भूमिका का निर्वहन शिक्षक सेना के उप कार्याध्यक्ष उपेंद्रप्रताप रॉय ने किया।
आयोजन में प्रमुख अतिथि तथा वक्ता के रूप में एफ उत्तर विभाग के कनिष्ठ पर्यवेक्षक मधुकर माली, वार्ड एस एम सी प्रतिनिधि/समाज सेवक- मारकंडेय गिरी, अनिल कुमार द्विवेदी, जगदीश दुबे, सत्कार मूर्ति के पारिवारिक पौत्र तथा अभियंता आर्यन दुबे, पूर्व मुख्य शिक्षक विजय बहादुर यादव, श्रीमती पूजा पाटिल,जसपाल कौर बांगा, सुशीला गुप्ता, स्नेहा शिंदे, राजेंद्र मौर्य, कृष्ण कुमार शर्मा, ओमप्रकाश मिश्र, सुनील कुमार पांडेय,राघवेंद्र वैश्य, कमला शंकर यादव, अजय कुमार सिंह श्रीमती सुनीता भट्ट, शिक्षक सेना के उपाध्यक्ष तथा प्रतिनिधि नामदेव धनकुटे, श्री केंद्रे, उग्रसेन सिंह, हरेंद्र यादव,श्रीमती नंदिनी गर्ग,पुष्पा मुख्तार सिंह, रमेश उइके, विशाल चाफेकर, अशोक सिंह, नवीन कारेमोर,गौरीशंकर चोपकर, महेंद्र दहिवले, अनिल कुरील,श्रीमती मनाली तांबे, योगेश निकम, राजेंद्र सोनवने सहित मनपा शिक्षण विभाग के प्रतिनिधि प्रधानाध्यापकों/शिक्षकों बहुतायत विद्यार्थियों,पालक प्रतिनिधियों एवं शिक्षा तथा समाज के अधिकांश लोगों ने सत्कार मूर्ति श्री प्रेम शंकर दुबे के समर्पित, अविस्मरणीय एवं उल्लेखनीय व्यक्तित्व तथा कृतित्व का विश्लेषण करते हुए उन्हें शाल , श्रीफल, पुष्प गुच्छ तथा उपहार की त वस्तुएं प्रदान कर उनका अभिनंदन,गुण गौरव तथा सत्कार किया। प्रशस्ति पत्र का वाचन शाला के गुणवंत शिक्षक हरगोविंद चौधरी ने किया। कार्यक्रम का सुनियोजित सूत्र संचालन जनगणना- राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षक हवलदार सिंह ने विनम्रतापूर्वक संपन्न किया।