रिश्तों से बंधी गौरी : मंदाकिनी बनते ही खुद को 'स्त्री' की श्रद्धा कपूर समझने लगती हैं शिवानी गोसाईं

रिश्तों से बंधी गौरी : मंदाकिनी बनते ही खुद को 'स्त्री' की श्रद्धा कपूर समझने लगती हैं शिवानी गोसाईं
* बॉलीवुड रिपोर्टर
अभिनय का असली जादू तब होता है जब एक कलाकार एक साथ दो ज़िंदगी जी रहा हो। सन नियो के शो 'रिश्तों से बंधी गौरी' में शिवानी गोसाईं को ऐसा ही कुछ करने का मौका मिला है। पहली बार वे डबल रोल निभा रही हैं, एक ओर चालाक और साज़िशों में माहिर 'कामिनी' और दूसरी ओर रहस्यमयी और प्रतिशोध की आग में जलती 'मंदाकिनी'।
शिवानी अपने अनुभव को साझा करते हुए कहती हैं,"ये मेरी ज़िंदगी का पहला डबल रोल है और वाकई में ये एक रोमांचक यात्रा है। कामिनी जहाँ हर वक़्त किसी न किसी साज़िश में लगी रहती है, वहीं मंदाकिनी एक रहस्यमयी औरत है जो बुंदेला परिवार से बदला लेने लौटी है। एक ही शरीर में दो अलग-अलग ज़िंदगियाँ जीना आसान नहीं होता है हर पल हावभाव, बॉडी लैंग्वेज और आवाज़ बदलनी पड़ती है। लेकिन यही चुनौती इसे मज़ेदार बनाती है।"
अपने मंदाकिनी वाले लुक को लेकर शिवानी कहती हैं,"जब मैं मंदाकिनी के रूप में खुद को आईने में देखती हूं, तो मुझे 'स्त्री' फिल्म की श्रद्धा कपूर याद आ जाती हैं। जैसे 'स्त्री' में उसकी चोटी में सारी ताकत छिपी होती है, वैसे ही मंदाकिनी की चोटी भी रहस्यमयी और जादुई ऊर्जा से भरी हुई लगती है। ये सिर्फ़ एक हेयरस्टाइल नहीं है,ये एक खामोश हथियार है, जिसमें रहस्य और शक्ति दोनों छिपे हैं।"
'रिश्तों से बंधी गौरी' एक बहादुर और सच्ची आस्था से भरी लड़की गौरी की कहानी है, जो जीवन की कठिनाइयों का सामना धैर्य और समझदारी से करती है। एक अनचाही शादी में बंधकर वह बुंदेला परिवार में आती है और अपनी तक़दीर को खुद गढ़ने की कोशिश करती है।
इस शो में ईशा पाठक, सावी ठाकुर और स्वाति शाह मुख्य भूमिकाओं में हैं। 'रिश्तों से बंधी गौरी' हर रात 8:30 बजे सन नियो पर प्रसारित होता है।