पश्चिम विभागीय गवली समाज के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर स्नेह सम्मेलन का भव्य आयोजन हुआ

 पश्चिम विभागीय गवली समाज के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर स्नेह सम्मेलन का भव्य आयोजन हुआ

 पश्चिम विभागीय गवली समाज के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर स्नेह सम्मेलन का भव्य आयोजन हुआ

- मुख्य अतिथि के रूप में जनसेवक गोपाल शेट्टी रहे उपस्थित

- श्रीमती उषा शेट्टी, प्रतिभा ताई गिरकर तथा संध्या दोषी का सत्कार , हल्दी कुंकु का पारम्परिक आयोजन भी सम्पन्न

- चार गणमान्य नागरीकों को प्रदान किया गया "समाज भूषण पुरस्कार"

* अमित मिश्रा

    कांदिवली : पश्चिम विभागीय गवली समाज के 17 वें स्थापना दिवस समारोह के निमित्त स्नेह सम्मेलन का भव्य आयोजन कांदिवली स्थित पोईसर जिमखाना में धूमधाम से सम्पन्न हुआ । इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर मुम्बई के पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी उपस्थित थे। जनसेवक शेट्टी ने इस आयोजन में मेधावी छात्रों को सम्मानित किया।

  इसके साथ - साथ समाज के लिए समर्पित होकर उसके उत्थान के लिए कार्य करनेवाले चार गणमान्य नागरिकों क्रमशः आत्माराम चाचे,  राष्ट्रपदी पदक प्राप्त खार पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजीव धुमाळ , सुरेश वाजे तथा समाज सेवक प्रकाश लटके को 'समाज भूषण' पुरस्कार देकर जनसेवक गोपाल शेट्टी ने सम्मानित किया। 

  इस अवसर पर हल्दी-कुंकु समारोह का भी विशेष रूप से आयोजन किया गया था, जिसमें श्रीमती उषा गोपाल शेट्टी, प्रतिभाताई गिरकर और संध्या दोषी आदि नारी शक्ति का विशेष रूप से सम्मान हुआ। इस हल्दी-कुंकु के पारम्परिक आयोजन में भारी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया।

   संस्था के अध्यक्ष अनंत भालेकर ने बताया कि जनसेवक गोपाल शेट्टी ने अपने सांसद कार्यकाल में अपनी सांसद निधि से समाज के लोगों के लिए चारकोप में समाज मंदिर हॉल उपलब्ध कराया था, इसके लिए हमारी संस्था सदैव उनकी ऋणी रहेगी।

     इस स्नेह सम्मेलन के आयोजन में पूर्व सांसद जनसेवक गोपाल शेट्टी के साथ श्रीमती उषा शेट्टी, प्रतिभा ताई गिरकर, संध्या दोषी, पूर्व नगरसेवक कमलेश यादव, पूर्व नगरसेवक दीपक उर्फ बाला तावड़े, पूर्व नगरसेवक शिवा शेट्टी, दिलीप पंडित तथा सिंधुताई सकपाल के चिरंजीव अरुण सकपाल सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

    स्नेह सम्मेलन के इस उत्कृष्ट और यादगार आयोजन को सफल बनाने के लिए संस्था के अध्यक्ष अनंत भालेकर, सचिव अनंत कोटकर, कोषाध्यक्ष महेंद्र मुरारी, अशोक केसरकर, सुरेश चाचे तथा बबनराव रिकामे ने उल्लेखनीय योगदान दिया।