रामनवमी पर विशेष कविता : राम क्या हैं ?
रामनवमी पर विशेष कविता : राम क्या हैं ?
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राम क्या हैं ?
राम चरित्र का कोई एक पहलू नहीं
समझ का कोई एक हिस्सा भी नहीं
राम इस सौरमंडल में
सिर्फ एक दिशा भी नहीं
राम कोई धर्म नहीं
राम कोई विशिष्ट कर्म भी नहीं
राम एक मंदिर नहीं
राम सिर्फ़ बाहर नहीं
राम सिर्फ़ अंदर भी नहीं
फिर राम क्या हैं ?
चलो आज बात करते हैं
रूढ़िवादी सोच से थोड़ा सा सरकते हैं
एक नये दृष्टिकोण से भी परखते हैं
राम को सैनानी के रूप मे आज
जरा समझते हैं
राम सा संयमी,
राम सा सैनानी,
हथियारों में पारंगत
योद्धा स्वाभिमानी
सर्वश्रेष्ठ शारीरिक दक्षता ,
हर कार्य में निपुणता एवं प्रत्यक्षता
सैन्य परिचालन जागरूकता
हर सैनिक से भावनात्मक रिश्ता
सूक्ष्म योजनाकार
कूटनीति दक्षता
उच्च कोटि का आत्मविश्वास,
साहस और अनुशासन
वफादारी, ईमानदारी
और समर्पण
स्वयं से पहले सेवा ,
और संसाधन प्रबंधन
दूरदर्शी, सामने से नेतृत्व
आकर्षक मनमोहक व्यक्तित्व
महान रणनीतिक
महान राजनीतिक
गूढ़ कूटनीतिकार
महान योजनाकार
क्या नहीं है राम में?
समुद्र पर सेतु बना दिया
पत्थरों को भी तैरा दिया
जंगल के जीव तक को भी
एक परम योद्धा बना दिया
विभीषण की टोह लिया
खेमे में मिला लिया
रावण जैसे योद्धा को
युद्ध से पहले भी हरा दिया
मानव प्रबंधन की मिसाल हैं
युद्ध कला में कमाल हैं
क्या नहीं है राम में ?
राम ज्ञान हैं विज्ञान हैं
राम सैनानी महान हैं
सैन्य शक्ति उतरदायित्व से
युद्ध केवल व्यक्तित्व से
एक आदर्श राजा
एक आदर्श सैनानी
एक महान योद्धा
राम यथार्थ हैं
वो ना कोई कहानी
राम अमिट अमर सैनानी
सब समाया है राम में
क्या नहीं है राम में ?
*रचनाकार : राजेश कुमार लंगेह
( जम्मू )