रक्षा बंधन पर्व पर सुरेश मिश्र की विशेष कविता : राखी का त्योहार मनाएं .....
रक्षा बंधन पर्व पर .....
सुरेश मिश्र की विशेष कविता :
राखी का त्योहार मनाएं .....
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भइया-बहना का त्योहार,
जहां छलकता पावन प्यार,
कृष्ण-द्रोपदी का मनुहार,
मना रहा सारा संसार ।
सारे त्योहारों में आला,
राखी का त्योहार निराला,
रेशम के धागे बन जाते,
मंदिर, मस्जिद और शिवाला।
कर्मवती की सुनो कहानी,
देवासुर संग्राम बयानी,
चीर, फाड़ बांधी पांचाली
कर न सके कौरव शैतानी।
सावन की पूनम अति पावन
मौसम बन जाता मनभावन
राह जोहती बहना पल-पल
कब होगा भइया का आवन।
ढूंढ़ रही है बहन कलाई,
कब आएगा मेरा भाई,
रक्षाबंधन की बेला पर,
आप सभी को कोटि बधाई।
प्यार करें जी भर इठलाएं,
राखी का त्योहार मनाएं।
* सुरेश मिश्र
( सुप्रसिद्ध कवि एवम् मंच संचालक )
मुंबई.....