सिरोही के गाँव सरतरा में सारणेश्वर महादेव एवं सावलाजी भगवान मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ
- कालद्री के निकट गांव सरतरा में भव्य धार्मिक आयोजन में उमड़ा आस्था का सैलाब
* संवाददाता
सिरोही : सिरोही जिले के गांव सरतरा में सारणेश्वर महादेव और सावलाजी भगवान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान धर्म, संस्कृति और आस्था के अद्भुत संगम की झलक देखने को मिली। इस शुभ अवसर पर आयोजित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव समारोह में दंडी स्वामी श्री 1008 श्री देवानंद जी महाराज के सानिध्य में श्री सारणेश्वर महादेव जी एवं श्री सावलाजी भगवान की मूर्ति की स्थापना की हुई। उसके बाद फ़ले चुनडी के लाभार्थी गणेशाजी व दीपाजी पुत्र हिमाजी रायगूर परिवार की तरफ से गांव के बाहर फ़ले पर सभी लोग चुनडी ओढ़ाने गए।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में संतों के साथ-साथ जिला प्रमुख अर्जुनराम पुरोहित, पूर्व विधायक संयम लोढ़ा, प्रधान हसमुख मेघवाल और अन्य जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने विचार रखते हुए मंदिर निर्माण को धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सामाजिक जागरण का केंद्र बताया।
आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं को श्री 1008 दंडी स्वामी देवानंद जी महाराज समेत दर्जनों संतों का सानिध्य और आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
इस विशिष्ट आयोजन में
पूर्व विधायक संयम लोढ़ा, जिला प्रमुख अर्जुनराम पुरोहित, प्रधान हसमुख मेघवाल,पत्रकार सुरेश जुगनू तथा सुरेश पाड़ीव समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों का सरतरा ग्रामवासियों द्वारा साफा पहनाकर उनका सम्मान किया गया।
आयोजन के दौरान पूज्य श्री देवानंद महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि “जब तक धर्म का प्रचार गाँवों में मजबूत नहीं होगा, तब तक समाज का उत्थान अधूरा रहेगा। यह मंदिर केवल एक देवालय नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए आध्यात्मिक और सांस्कृतिक प्रेरणा का स्रोत बनेगा।”
समारोह में भारी संख्या में श्रद्धालु, ग्रामीणजन, साधु-संतों और महिला मंडलों की उपस्थिति रही। भजन-कीर्तन, धार्मिक झांकियाँ, शोभायात्रा और महाप्रसादी जैसे कार्यक्रमों ने आयोजन को भव्यता और भक्तिभाव से परिपूर्ण बना दिया। तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मे फ़ले चुनडी समेत अन्य चढ़ावों के लाभार्थी परिवार का सरतरा मंडल की ओर से साफा व तलवार भेंट कर भव्य सत्कार किया गया।

यह प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव सिर्फ एक मंदिर स्थापना का आयोजन नहीं, बल्कि ग्राम संस्कृति, लोक आस्था और सामाजिक एकता का पर्व बन गया, जिसे सभी वक्ताओं ने अपनी वाणी से सशक्त अभिव्यक्ति दी और ग्रामवासियों को बधाई देते हुए धर्मपथ पर संगठित रहने का संदेश दिया।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में सुप्रसिद्ध भजन गायक शैतानसिंह, शंकर देवासी व कन्हैया लाल संत एंड पार्टी ने एक से बढ़कर एक धार्मिक भजनों की प्रस्तुतियां देकर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।