मुंबई में 'किसान क्रेडिट कार्ड' के राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए सांसद गोपाल शेट्टी ....
मुंबई में 'किसान क्रेडिट कार्ड' के राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए सांसद गोपाल शेट्टी ....
_केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रूपाला ने की सम्मेलन की अध्यक्षता
* अमित मिश्रा
मुंबई 5 सितंबर : मुंबई में "मत्स्य पालन के लिए किसान क्रेडिट कार्ड पर राष्ट्रीय सम्मेलन" का आयोजन दक्षिण मुंबई के यशवंत राव चव्हाण सभागृह में किया गया। केंद्रीय मत्स्यपालन मंत्री परशोत्तम रुपाला की अध्यक्षता में आयोजित इस विशाल सम्मेलन में उत्तर मुंबई के सांसद गोपाल शेट्टी विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रूपाला ने महाराष्ट्र सरकार के मत्स्य पालन विभाग (डीओएफ) और पशुपालन एवं डेयरी विभाग (डीएएचडी) के सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए इस बात पर बल दिया कि किसान क्रेडिट कार्ड, पशुपालन तथा डेयरी और मछली पालन करने वाले मत्स्य उत्पादकों इन दोनों को ही उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री रूपाला ने आगे कहा कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकसित होने की आशा बनी रहेगी। सागर परिक्रमा के दौरान किसान क्रेडिट कार्ड को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला अधिकारियों के साथ-साथ विभाग के अधिकारियों द्वारा किए गए प्रशंसनीय कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने आगे कहा कि आधारभूत तरीके से इससे जुड़े हर मुद्दे के समाधान के लिए जिला स्तर पर समीक्षा की जानी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रुपाला तथा सांसद गोपाल शेट्टी सहित अन्य मंचासीन मान्यवरों ने इस सम्मेलन के दौरान पात्र मत्स्य पालकों व मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किया। लाभार्थियों ने वर्चुअल बातचीत के बाद किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ उठाने के अपने अनुभव भी व्यक्त किए।
इस अवसर पर मत्स्य पालन विभाग/पशुपालन एवं डेयरी विभाग और किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना तथा किसान क्रेडिट कार्ड पर लघु वीडियो व किसान क्रेडिट कार्ड के लाभ और पात्रता के साथ-साथ लाभार्थियों के प्रशंसापत्र भी साझा किए गए ।
किसान क्रेडिट कार्ड के संवाद का यह आयोजन भारत सरकार की ओर से यशवंतराव चव्हाण नाट्यगृह मुंबई में किया गया था।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन में उत्तर मुंबई के लोकप्रिय सांसद गोपाल शेट्टी के अलावा पूर्व उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक, डॉ.भागवत कराड, महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार व कोली समाज के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।