झोपड़ों पर तोड़क कार्रवाई रोकने के लिए सांसद गोपाल शेट्टी ने मनपा आयुक्त को लिखा पत्र
झोपड़ों पर तोड़क कार्रवाई रोकने के लिए सांसद गोपाल शेट्टी ने मनपा आयुक्त को लिखा पत्र
* अमित मिश्रा
बोरीवली : उत्तर मुंबई के लोकप्रिय सांसद गोपाल शेट्टी ने मुंबई महानगरपालिका आयुक्त इकबाल सिंह चहल को पत्र लिखकर मांग की है कि बारिश के दिनों में झोपड़ा तोडक कार्रवाई करने वाले अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निर्देश देकर रोक लगाएं ताकि बारिश के दिनों में कोई गरीब झोपड़ाधारक बेघर ना होने पाए। वर्ष 2000 से पूर्व बने झोपड़ों को तो बिल्कुल भी ना छेड़ा जाए ।
सांसद गोपाल शेट्टी ने अपने पत्र में स्पष्ट लिखा है कि मुंबई शहर की 50% आबादी अभी भी झोपड़ों या चालों के छोटे छोटे कमरों में रहने को मजबूर है। झोपड़पट्टी सुधार कानून 2018 के अनुसार सन् 2000 से 2011 तक के झोपड़ाधारकों को सशुल्क पक्के मकान देना सरकार ने मान्य किया है, इसके बावजूद मनपा के अनेक अधिकारी व कुछ कथित नेता बारिश के दिनों में झोपड़ा तोड़ने जैसी भाषा का उपयोग कर भय का वातावरण उत्पन्न कर रहे हैं। वर्ष 1995 के लाइट बिल का सबूत होने के बावजूद 100-150 फिट के झोपड़े या चाल के छोटे कमरे में रहने वाले कई लोगों ने जगह की समस्या के चलते 14- 15 फुट का बांधकाम करवा कर किसी तरह उसमें 'स्वयं' rah रहे हैं ।उन्होंने उस जगह को किराए पर भी नहीं दिया तब भी अधिकारीगण उन्हें परेशान करते आ रहे हैं ।प्राइवेट प्रॉपर्टी के झोपड़ों के निवासी लोगों को नोटिस देकर डराना या तोड़क कार्रवाई करना यह अत्यंत ही गलत और अमानवीय कृत्य है।
सांसद श्री शेट्टी ने मनपा आयुक्त को स्पष्ट लिखा है कि तत्काल प्रभाव से ऐसे अधिकारियों को तोड़क कार्रवाई जैसा कृत्य ना करने का निर्देश दे दें और इस प्रकार के निर्णय की जानकारी स्वयं उनको उपलब्ध करा दें।