प्रमाण पत्रों की डुप्लीकेट प्रतियों के लिए एनसी की अनिवार्यता रद्द करने की वाइस चांसलर से की गई मांग

प्रमाण पत्रों की डुप्लीकेट प्रतियों के लिए एनसी की अनिवार्यता रद्द करने की वाइस चांसलर से की गई मांग

प्रमाण पत्रों की डुप्लीकेट प्रतियों के लिए एनसी की अनिवार्यता रद्द करने की वाइस चांसलर से की गई मांग

* संवाददाता

     मुंबई : आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुंबई यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर से मुंबई यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रमाणपत्रों की डुप्लिकेट प्रतियां मांगते समय एनसी या एफआईआर की शर्त को रद्द करने का अनुरोध किया है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुंबई यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर को भेजे पत्र में मांग की है कि हजारों छात्र छात्राएं विभिन्न प्रमाणपत्रों की डुप्लिकेट प्रतियों की मांग करते हैं। आज ऐसी कॉपी पाने के लिए एनसी या एफआईआर कराना अनिवार्य है। यह एक कठिन शर्त है और जिस छात्र को एक प्रति की आवश्यकता है, उसे मुंबई यूनिवर्सिटी नमूना आवेदन पत्र के साथ आधार कार्ड की एक प्रति और एक स्व-लिखित पत्र प्रदान किया जाना चाहिए।   

      गलगली का मानना है कि अगर इस शर्त को खत्म कर दिया जाए तो छात्रों को फायदा होगा और पुलिस स्टेशन जाने की झंझट से छुटकारा मिल जाएगा। आज मुंबई यूनिवर्सिटी के अंतर्गत ऐसे हर साल 4 से 5 हजार आवेदन आते हैं। पुलिस एनसी या एफआईआर के लिए छात्र को पुलिस स्टेशन जाना पड़ता है जिससे हलफनामा मांगने पर समय तो बर्बाद होता ही है और अतिरिक्त खर्च भी होता है।