नवकुंभ साहित्य सेवा संस्थान द्वारा क्रिसमस और पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर पूरे दिन का साहित्यिक कार्यक्रम 25 को
नवकुंभ साहित्य सेवा संस्थान द्वारा
क्रिसमस और पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर पूरे दिन का साहित्यिक कार्यक्रम 25 को
* संवाददाता
ठाणे : नवकुंभ साहित्य सेवा संस्थान (पंजी) साहित्य के क्षेत्र में लगभग दो वर्षों से एक पंजीकृत संस्थान के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन हिंदी गीत-संगीत, कविता ,गज़ल और वक्तव्यों का अनवरत सिलसिला जारी रखा है। जिसमें संरक्षक के रूप में रामप्यारे रघुवंशी,राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सह-संस्थापक अनिल कुमार राही,राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी विनय शर्मा 'दीप', संजय द्विवेदी तथा एडवोकेट अनिल शर्मा एवं तमाम सक्षम साहित्यकारों का कारवां कार्य कर रहा है।संस्थान का उद्देश्य हिंदी भाषा का साहित्यिक विकास एवं प्रचार प्रसार रहा है। चूंकि यह संस्थान राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहा है इसलिए देश के अन्य कई राज्यों के साहित्यकार अपनी साहित्यिक क्षमता को इसमें झोंक रहे हैं।यह देश के तमाम साहित्य-प्रेमियों के लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है।इस संस्थान की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह यह बिना किसी भेदभाव के नवांकुरों से लेकर साहित्य मनीषियों तक को एक बेहतर और माकूल पटल प्रदान कर रहा है। हिन्दी भाषा की गरिमा को उन्नत स्थान दिलाने का कार्य बड़ी साफगोई के साथ करने का बीड़ा उठाया गया है। संस्थान के संस्थापक, सह-संस्थापक अध्यक्ष, सचिव, तथा तमाम अन्य पदों पर कार्य करने वाले पदाधिकारी बड़ी संजीदगी के साथ अपना कार्यभार संभाल रहे हैं। संस्थान में भिन्न-भिन्न जगहों पर ऑफलाइन कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया है और अगली कड़ी में संस्थान ने रविवार 25 दिसंबर को ठीक क्रिसमस और पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर पूरे दिन का साहित्यिक कार्यक्रम करने का मन बनाया है। यह कार्यक्रम ठाणे (पश्चिम) ब्राह्मण समाज हाल (कोपनेश्वर मंदिर के पास)में होना तय है। इस कार्यक्रम में दूर दराज़ से आए साहित्यिकारों के साथ मुंबई,नवी मुंबई, ठाणे तथा कल्याण के वरिष्ठ साहित्यकार उपस्थित रहेंगे।
साहित्य एक साधना है और इस साधना को प्राणवायु साहित्यिक कार्यक्रमों से ही मिलती है। इसलिए ऐसे कार्यक्रमों को तरजीह देना प्रत्येक साहित्य प्रेमी का परम कर्तव्य है। प्रत्येक साधना पूजा के बिना संभव नहीं और प्रत्येक पूजा आहुती के बिना अधूरी है। इसलिए इस कार्यक्रम में तन- मन-धन से जुड़कर हिंदी साहित्य के गौरव को और ऊपर उठाना है। आज हिंदी भाषा वैश्विक स्तर पर छाई हुई है। इसमें साहित्य का योगदान सबसे अधिक है।संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सहसंस्थापक की विनम्रता और इमानदारी के साथ किया गया प्रयास हिंदी भाषा की सभी स्थानीय संस्थाओं को जोड़ने में कामयाब रही है।
वरिष्ठ पत्रकार नामदार राही का दिशा-निर्देश कार्यक्रम को आज दिशा दे रहा है।इसके अतिरिक्त पत्रकारिता में गोल्डमेडलिस्ट विनय सिंह 'विनम्र' नवकुंभ पत्रिका...एक संकल्प के कार्य को आगे बढ़ाने में तन-मन से जुटे हैं।सेवानिवृत्त साहित्यकार लालबहादुर यादव'कमल' अपने सेवानिवृत्ति के बाद के पहले कार्यक्रम में बड़ी सिद्दत से जुड़े हुए हैं। शारदा प्रसाद दूबे'शरदचंद्र' का भरपूर योगदान संस्था को मिल रहा है। इसके अलावा तमाम नाम साथ जुड़ रहे हैं जो कार्यक्रम की अभूतपूर्व सफलता का द्योतक है।इसके अतिरिक्त ठाणे, मुंबई,नवी मुंबई की अन्य संस्थाओं में अखिल भारतीय साहित्य परिषद,संगीत साहित्य मंच,हृदयांगन साहित्य, अ.भा. अंग्निशिखा मंच,काव्यसृजन साहित्य, काव्य कुंज,हस्ताक्षर एवं भारतीय साहित्य सेवा परिषद प्रमुख रूप से हमारे सहयोगियों में हैं।हम साहित्यिक दुनियां के परम सौभाग्यशालियों में एक हैं जिसका वास्तविक श्रेय नवकुंभ साहित्य सेवा संस्थान को जाता है।