&TV  कलाकारों को परियों की ये कहानियां हैं ज्यादा पसंद !

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_27 फरवरी के ‘नेशनल टेल ए फेयरी टेल ' पर विशेष

* बॉलीवुड रिपोर्टर

       हर साल 27 फरवरी को ‘नेशनल टेल ए फेयरी टेल‘ मनाया जाता है। इस अवसर पर एण्डटीवी के कलाकारों ने अपनी पसंदीदा परीकथाओं के बारे में बात की। इन कलाकारों में शामिल हैंः प्रीति सहाय (‘दूसरी माँ‘ की कामिनी), कामना पाठक (‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की राजेश) और विदिशा श्रीवास्तव (‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अनीता भाबी)।

    एण्डटीवी के शो ‘दूसरी माँ‘ में कामिनी का किरदार निभा रहीं प्रीति सहाय ने कहा, ‘‘एलिस इन वंडरलैंड‘ की कहानी मुझे हमेशा से ही सबसे ज्यादा पसंद रही है। मुझे इस कहानी को बार-बार पढ़ना और सुनना अच्छा लगता था। इससे मुझे कभी भी बोरियत नहीं हुई। खरगोश के बिल में गिरने के बाद एलिस का सामना किन-किन से हुआ, इसे देखकर बड़ा मजा आता था। एलिस की कहानी में मैड हैटर और उसके सभी दोस्तों के साथ एलिस की टी पार्टी मुझे सबसे अच्छी लगती थी। उससे रोमांचित होकर, मैंने भी अपने पापा से एक टी सेट खरीदकर लाने के लिये कहा था। मैं घर पर अपने दोस्तों के साथ ‘एलिस इन वंडरलैंड‘ की तरह मैड टी पार्टी की नकल किया करती थी। उन्हें मेरी टी पार्टीज बहुत अच्छी लगती थी। आज भी, मैं जब भी घर पर टी पार्टी रखती हूं, मुझे लगता है कि मैं ‘एलिस इन वंडरलैंड‘ की एलिस हूं (हंसती हैं)। 

   एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में राजेश का किरदार अदा कर रहीं कामना पाठक ने बताया, ‘‘परियों की कहानी में ‘रैपंुजल‘ मुझे सबसे ज्यादा पसंद थी। उसके लंबे और मजबूत बाल मुझे इतने ज्यादा अच्छे लगे कि मैंने बहुत सालों तक किसी को भी अपने बालों पर कैंची नहीं चलाने दी। मैं अपनी दादी मां से चम्पी करने के लिये कहती थी, ताकि मेरे बाल जल्दी से लंबे हो जायें। अपने बालों को धोने के बाद, मैं घंटों आईने के सामने बैठकर अपने बालों को निहारती रहती थी और उसकी लंबाई मापती थी। अपने लंबे बालों को देखकर मुझे ऐसा लगता था जैसे कि मैं ही रैपंुजल हूं। मुझे न सिर्फ उसके लंबे बालों ने प्रेरित किया, बल्कि मुझे उसकी बहादुरी और साहस भी अच्छे लगते थे।‘‘

   एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में अनीता भाबी के किरदार को पर्दे पर साकार कर रहीं विदिशा श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘बचपन में मेरी माँ मुझे और मेरी बहन को सुलाने से पहले हमें परियों की कहानियां पढ़कर सुनाया करती थीं। ‘स्नो व्हाइट एंड सेवन ड्वाफ्र्स‘ मेरी सबसे पसंदीदा परी कथा है। इस कहानी में मुझे स्नो व्हाइट का छोटा सा पालतू खरगोश और दोस्त बेरी सबसे अच्छा लगते थे, जिसने स्नो व्हाइट का साथ कभी नहीं छोड़ा, फिर चाहे हालात कैसे भी रहे हों। मैंने अपनी माँ से जिद की थी कि मुझे भी बेरी के जैसा एक पालतू खरगोश चाहिये। शुरूआत में तो उन्होंने मना कर दिया था, लेकिन बाद में खरगोश के बजाय एक छोटा सा पपी पालने के लिये मान गईं। अब मुझे भी स्नो व्हाइट की तरह एक प्यारा दोस्त मिल गया था। रोमियो हर समय मेरे साथ रहता था, जैसे कि स्नो व्हाइट के साथ बेरी और मैं बहुत खुश हुई थी। मुझे लगता है कि परियों की कहानियों को लेकर हमारी मासूमियत जिंदगी भर हमारे साथ बनी रहती है। मुझे खुशी है कि हम ‘टेल अ फेयरी टेल‘ जैसा एक दिन मनाते हैं, जो हमें अपनी जिंदगी के कुछ बेहद खूबसूरत पलों की याद दिलाता है।‘‘ 

_देखिये ‘दूसरी माँ‘ रात 8ः00 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ रात 10ः00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ रात 10ः30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार, सिर्फ एण्डटीवी पर!