विनायक प्रार्थना "पकड़ लो हांथ प्रभु मेरा"

विनायक प्रार्थना "पकड़ लो हांथ प्रभु मेरा"

विनायक प्रार्थना "पकड़ लो हांथ प्रभु मेरा"

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पकड़ लो हांथ प्रभु मेरा,
जगत में भीड़ भारी है।
विनायक आसरा तेरा-2
यह सृष्टि सब तुम्हारी है।।

मेरे मन मोह माया को,
कभी आने नहीं देना।
सदा परहित पुण्यों से,
मेरा दामन सजा देना।
कभी पथ भूल ना जाऊं-2
ए विनती अब हमारी है।।
पकड़ लो हांथ--------- (1)


हटे सब राह से रोड़े,
कभी तूफान ना आए।
यहां जो है कोई सच्चा,
उसे भी आंच ना आए।
विनायक तेरी लीला है-2
करामत सब तुम्हारी है।।
पकड़ लो हांथ ---------- (2)

* कवि : विनय शर्मा दीप

                  ( मुंबई )